इस आर्टिकल के कुछ पाँइंट्स इस तरह है:
- जहाँ तक हो सके अपनी खुद कि भाषा का प्रयोग करो। (इसीलिए यह पोस्ट हिन्दीमे लिख रहा हूँ)
- जब भी मुन्किन हो तब दुसरे लोगोंको यह दिखादो के उन्हें उनके बिसनेस के लिए तुम्हारी जरुरत है।
- अमरीकी लोगों कि कहनी और करनी मे जो अंतर है उसका एक example दिया है। (regarding share certificates)
- हम हमेशा अपनी और चीन कि comparison करते है। पर चीनी लोग कभी भी हमसे compare नही करते। (they don't talk about others, they only talk about how good they are.)
- विदेशी लोगों को जो शेअर्स दिए जाते है उन्हें class B shares बोला जाता है, और चायनीज लोगों को दिए जाने वाले शेअर्स को class "A" shares बोला जाता है। इतना ही नही, class A shares का प्रोसेसिंग १ दिन मे किया जाता है पर class B shares (for foreigner) के प्रोसेसिंग के लिए २ दिन लिए जाते है। (to emphasise who is more important in their economy)
the original article is available at: http://www.loksatta.com/daily/20070909/sun04.htm
the pdf version of that article is available here: Chinee Rashtravaad
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